We must learn to smile again and again
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बेशर्म हलकट नीच कोरोना
कितनी माओं के लाल छिने बेशर्म, हलकट, नीच कोरोना कितने राम की सीता उठाई है रावण का तुं बाप कोरोना राखी वाली कलाई तोड़ी हराम की औलाद कोरॉना माथे का सिंदूर मिटाया मौत का सौदागर कॉरोना सर से बाप का साया हटा कर हंस कर तमाशा देखे कॉरॉना दोस्त से दोस्त को अलग किया रे गंदे...
हम भटक गए है
हमारे पास तो पहले से ही अमृत से भरे कलश थे...🧐 फिर हम वो अमृत फेंक कर उनमें कीचड़ भरने का काम क्यों कर रहे हैं...?🤔 *जरा इन पर विचार करें...*🧐👇🏻 ० यदि *मातृनवमी* थी, तो मदर्स डे क्यों लाया गया ? ० यदि *कौमुदी महोत्सव* था, तो वेलेंटाइन डे क्यों लाया गया ? ० यदि...
ज़िन्दगी में जो न मिल सका
यादें
Being too good not always good
उड़ने को पंख भी थे वह भूल गए
Invitation or insult ?
Learn to let it go
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